श्रद्धांजलि…पूर्व MLA कैलाश गहतोड़ी के निधन पर गमगीन हैं चंपावत के लोग

भाजपा, कांग्रेस, व्यापार मंडल सहित कई संगठनों ने दी श्रद्धांजलि

देवभूमि टुडे

चंपावत। उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष और दो बार के विधायक कैलाश गहतोड़ी के निधन पर चंपावत जिले के लोग गमगीन हैं। भाजपा, कांग्रेस, व्यापार मंडल सहित कई संगठनों ने उनके निधन पर शोक जताया है। भाजपा जिला कार्यालय में हुई शोकसभा में कार्यकर्ताओं ने उनके आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए क्षेत्र विकास में उनके योगदान को याद किया। कहा कि वे चंपावत के विकास से लेकर आम जनता के दुख दर्द में लगातार भागीदारी रहे।
नगर मंडल अध्यक्ष सुनील पुनेठा की अध्यक्षता में हुई शोक सभा में वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम नारायण पांडे, एडवोकेट शंकर पांडे, पूर्व प्रमुख बहादुर सिंह फर्त्याल, शंकर सिंह खाती, हरीश चौधरी, विकास साह, गंगा खाती, मोनिका बोहरा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडे, सूरज प्रहरी, महेश जोशी, सनी वर्मा, रमेश भंडारी, कपिल खर्कवाल, सूरज बोहरा, कैलाश मेहरा, कैलाश पांडे, आनंद अधिकारी, प्रदीप उप्रेती आदि ने श्रद्धांजलि दी।

वहीं चंपावत में कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष पूरन कठायत, महामंत्री एडवोकेट निर्मल सिंह तड़ागी, उमेश खर्कवाल, डाँ. महेश ढेक, जगदीश जोशी, अशोक कुमार वर्मा, सौरभ शाह, केदार सामंत, प्रकाश बोहरा, डूंगर देव, कमल भंडारी, बालादत्त थ्वाल, लक्ष्मी दत्त जोशी, मुरलीधर जोशी, सौमेंद्र बोहरा आदि ने दो मिनट का मौन रख शोक जताया। टनकपुर में पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, एडवोकेट डाँ. श्याम सिंह कार्की, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद बडे़ला ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

चंपावत में शोकसभा कर व्यापार मंडल ने पूर्व विधायक को याद किया। व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष सतीश जोशी, महामंत्री कमलेश राय, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रकाश तिवारी, श्याम नारायण पांडे, नगर अध्यक्ष विजय चौधरी, केदार जोशी, सनी वर्मा सहित बड़ी संख्या में व्यापारियों ने शोक जताया।

पूर्व MLA कैलाश गहतोड़ी का अंतिम संस्कार हुआ चंपावत। चंपावत के दो बार के विधायक और वर्तमान में उत्तराखंड के वन विकास निगम के चेयरमैन कैलाश चंद्र गहतोड़ी का 3 मई को देहरादून में निधन हुआ। उनका अंतिम संस्कार काशीपुर में हुआ। 2017 में पहली बार एमएलाए बने गहतोड़ी चंपावत सीट से लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले पहले विधायक थे।

कैलाश गहतोड़ी का सियासी सफरः

2002ः लोहाघाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में की शुरुआत की, 2003ः जिला पंचायत के जनकांडे सीट से सदस्य बने, 2017: चंपावत विधानसभा सीट से विधायक बने, 2022ंः चंपावत विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक बने, 2022ः मुख्यमंत्री के लिए चंपावत सीट छोड़ी, 2022ः उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष बने।

स्मृति शेषः

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