UCOST, सीमैप व रीड्स संस्था की पहल, पूर्णागिरि क्षेत्र का दौरा कर मंदिर समिति व लोगों की राय भी जानी, फूल की खेती के लिए लोगों को प्रेरित भी करेंगे
देवभूमि टुडे
चंपावत/ पूर्णागिरि धाम। UCOST (उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद) देहरादून, सीमैप (केंद्रीय औषध एवं सगंध पौध संस्था) लखनऊ और रीड्स संस्था टनकपुर पूर्णागिरि क्षेत्र में औषधि एवं सगंध पौधों का उत्पादन करने के अलावा मां के मंदिर में चढ़ावे के फूल से धूप और सुगंधित तेल का निर्माण कराएगी। इसके लिए इस टीम ने श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति के अलावा स्थानीय फूल विक्रेताओं से वार्ता। लोगों ने सिंचाई की समस्या, जंगली जानवरों से फसल या पौधों को नुकसान पहुंचने की दिक्कतों को दूर करने का आग्रह किया। सीमैप के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर मनोज सेमवाल ने बताया कि गुलाब, गुड़हल, लैमनग्रास आदि की खेती से लोग अच्छी आय कर सकते हैं, इसलिए इस खेती को अपनाना चाहिए।
यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक डॉक्टर डीपी उनियाल ने कहा कि आदर्श चंपावत के सपने को यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के निर्देशन में आगे बढ़ाया जा रहा है। यूकॉस्ट इस संबंध में सीमेप और स्थानीय संस्था रीड्स को सहयोग करेगी। सोलर पावर फेंसिंग लगाए जाने के प्रयास किए जाएंगे। यूकॉस्ट के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर पीयूष जोशी ने आदर्श चंपावत के तहत चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों (महिला प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना, जिसमें कि महिलाओं को आयवर्धक कार्यक्रमों से जोड़ा जाएगा) की जानकारी दी। रीड्स की किरन गहतोड़ी ने बताया कि जिले में गैनोडर्मा मशरूम का उत्पादन कार्य जल्दी ही शुरू होने वाला है। साथ ही एक जिला एक उत्पाद के तहत चंपावत जिले को तेजपात आवंटित किया गया है। इसके लिए तेजपात की खेती कर रहे किसान रीड्स संस्था के पास पंजीकरण कराने को कहा गया। पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी के निर्देशन पर सचिव सुरेश तिवारी और महेश पांडेय ने टीम को आश्वस्त किया कि स्थानीय लोग इसके लिए सहयोग करेगी। लिंक ऑफिसर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भगवत पाटनी ने कहा कि आदर्श चंपावत के उद्वेश्य को पूरा करने के लिए विभाग और स्थानीय समुदाय सहयोग करेगा। भ्रमण के दौरान सीमैप के मनीष आर्य, रीड्स के इंद्रेश लोहनी और बबीता गहतोड़ी, मंदिर समिति के महेश पांडेय, गिरीश तिवारी, कमलापति पांडे, विनोद, देव नाथ गोस्वामी आदि मौजूद थे।