बांदा के जेल अधीक्षक को धमकी भरी काँल के बाद गया आरोपी अनुराग गुप्ता, देहरादून के बसंतविहार थाने में दर्ज हुआ मुकदमा
देहरादून। एक गैर कानूनी एक्सचेंज चलाने वाले संचालक को स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया है। बांदा के जेल अधीक्षक को एक धमकी भरे काँल की जांच के बाद ये आरोपी दबोचा गया है। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक पुलिस ने आरोपी अनुराग गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी पर विदेशी नंबरों को डायवर्ट करने के लिए कई गेटवे को गच्चा देने का आरोप है। लाइसेंस बिना चल रहे इस एक्सचेंज के जरिए पांच माह में सरकार को भारी राजस्व का भी चूना लगा है। आरोपी अनुराग गुप्ता पर आरोप है कि चीन की महिला के लिए काम करता था, जो उसे हर दिन मोटा कमीशन देकर कॉल डायवर्ट करती थी।
इसके अलावा चीन से जुड़े होने के अंदेशे के कारण अब इसमें राष्ट्रीय स्तर की जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो सकती हैं। दरअसल, इस तरह से लैंडलाइन कनेक्शन किसी कॉल सेंटर या फिर अन्य सेटअप के लिए लिए जाते हैं। इसके लिए लाइसेंस लेना जरूरी है। लेकिन आरोपी अनुराग गुप्ता ने इसके लिए कोई लाइसेंस नहीं लिया।
कॉल सेंटर के जरिए भारतीय नंबरों से भारतीय नंबरों को ही कॉल की जाती है। इसके हिसाब से जितना टाँकटाइम होता है, उतना सर्विस प्रोवाइडर और सरकार को राजस्व दिया जाता है। जबकि इंटरनेशनल कॉल गेटवे (आईसीजी) के माध्यम से ये इंटरनेशनल काँल भारत में आती हैं। इसमें जितनी लंबी बात होती है, उस हिसाब से राजस्व में सर्विस प्रोवाइडर, लाइसेंसधारी और सरकार का हिस्सा होता है।
आरोपी ने अपने इस अवैध एक्सचेंज से इस आईसीजी को दरकिनार कर भारी भरकम सर्वरों और इंटरनेट क्लाउड के माध्यम से कॉल डायवर्ट की थी, जो पूरी तरह से अवैध है। उसने कॉल लाइन आईडेंटीफिकेशन (सीएलआई) को भी बाइपास किया। इससे किसी भी जांच एजेंसी को इस बात का पता नहीं चल सकता कि यह कॉल कहां से और कौन कर रहा है। माना जा रहा है कि उसने अपने 500 लैंडलाइन कनेक्शन के जरिए विदेशी नंबरों से बातचीत की और कराई है। इससे सरकार और सर्विस प्रोवाइडर (सेवा प्रदाता कंपनी) को भारी भरकम राजस्व का नुकसान पहुंचाया। टेलीकॉम विभाग के उप महानिदेशक अशोक कुमार रावत के मुताबिक अनुराग गुप्ता के द्वारा सरकार को पहुंचाए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उप महानिदेशक ने बताया कि कई विदेशी नंबरों से आने वाली कॉल की शिकायतें पोर्टल के जरिए मिली थीं। इनकी जांच की जा रही थी।