माहरा ने लगाया आरोप-बिजली बिल बढ़ाने के लिए चुनाव निपटने का इंतजार कर रही थी सरकार, सीएम को लिखा पत्र
आम उपभोक्ताओं पर मार से लेकर शिक्षा और इलाज भी होगा महंगा
देवभूमि टुडे
देहरादून। उत्तराखंड में बिजली के दाम बढ़ाए जाने पर कांग्रेस ने धामी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बिजली के बढ़े दामों पर आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बढ़े दाम वापस लेने की मांग की गई है। विद्युत दरों में की गई वृद्धि के निर्णय को सरकार ने तत्काल वापस नहीं लिया तो सड़कों पर उतर विरोध जताने का कांग्रेस ने ऐलान किया है।
प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव की वोटिंग निपटते ही सरकार ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया है। चुनाव में बीजेपी सरकार लोगों से बड़े-बड़े वादे कर रही थी, लेकिन चुनाव निपटते ही बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर प्रदेश की जनता को झटका दिया है। एक तरफ जहां आम जनता महंगाई से पहले ही परेशान है, ऐसे में बिजली के दामों में 7% की बढ़ोतरी आम आदमी के महंगाई को बोझ को और बढ़ा देगी। माहरा ने कहा राज्य सरकार ने सात ( 2017 से 2024 तक) सालों में बिजली के दामों में लगभग 45 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। माहरा ने कहा कि बिजली महंगी होने का असर हर वर्ग पर पड़ेगा। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल में बिजली महंगी होने से शिक्षा और इलाज महंगा होगा। यह भार भी आम जनता पर ही पड़ेगा। वहीं किसानों के नलकूपों के लिए बिजली दरों में भारी बढ़ोत्तरी पहले से कर्ज के बोझ से दबे किसानों की कमर तोड़ने जैसा है। इतना ही नही विभागीय लापरवाही से लाइन लॉस की क्षतिपूर्ति उपभोक्ताओं की जेब से किए जाने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई है।