जब तक सूरज चांद रहेगा प्रदीप तेरा नाम रहेगा…

अलविदा… सैन्य सम्मान के साथ तपनीपाल के फौजी प्रदीप बोहरा का अंतिम संस्कार हुआ
पिथौरागढ़ से आई सेना की टुकड़ी ने दी अंतिम सलामी
तिरंगे में लिपटे सैनिक प्रदीप के शव को देख बदहवास हुए परिजन
राजस्थान से घर आते वक्त चुरू में चलती ट्रेन से पांव फिसलने से हुई थी मौत
देवभूमि टुडे चंपावत/लोहाघाट। खेतीखान तपनीपाल निवासी सैनिक प्रदीप बोहरा का नम नेत्रों के साथ 8 अप्रैल को गुप्तेश्वर श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। पिथौरागढ़ से आई सेना की टुकड़ी ने जवान प्रदीप बोहरा को सलामी दी। सैनिक के चाचा केशव बोहरा ने चिता को मुखाग्नि दी। सैनिक का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचते ही यहां मातम पसर गया। आर्टलरी रेजीमेंट बाड़मेर राजस्थान में तैनात खेतीखान तपनीपाल के सैनिक प्रदीप बोहरा (34) की शुक्रवार को राजस्थान से घर आते वक्त चुरू में चलती ट्रेन से पांव फिसलने से मौत हो गई थी। सोमवार सुबह करीब दस बजे तिरंगे से लिपटा प्रदीप का पार्थिव शरीर तपनीपाल पहुंचा। जहां परिजन प्रदीप के शव से लिपट गए। पूरा क्षेत्र शोक की लहर में डूब गया। प्रदीप के निधन के बाद पिता प्रताप सिंह, मां आनंदी देवी, पत्नी मीना देवी, पुत्र दीपांशु व गोलू और भाई अभिषेक सुधबुध खोए हुए हैं। अंतिम संस्कार में विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, पूर्व विधायक पूरन सिंह फरत्याल, सतीश पांडे, ग्राम प्रधान भरत बोहरा, बबलू देऊ सहित बड़ी सख्या में क्षेत्र के लोग शामिल हुए। शोक में आधे दिन के लिए खेतीखान का बाजार भी बंद रहा। क्षेत्र के लोगों ने श्रद्धांजलि सभा कर फौजी प्रदीप बोहरा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

फौजी प्रदीप बोहरा। (फाइल फोटो)
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