छिनकाछीना-रौलमेल सड़क पर डामर नहीं होने से गुस्साए लोगों का चुनाव बहिष्कार का ऐलान
देवभूमि टुडे
चंपावत/पाटी। छिनकाछीना-रौलमेल सड़क पर डामर नहीं होने से गुस्साए लोग काम नहीं करने और झूठा वादा करने वाले नेताओं को लोकसभा चुनाव में सबक सीखाएंगे। रौलमेल क्षेत्रीय विकास संघर्ष समिति की शनिवार को हुई बैठक में आठ (तोली, पम्तोला, बरौला, किमाड़ी, नैनी, लड़ा, लखनपुर, रानीचौड़ा, रौलामेल) गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार करने का ऐलान किया। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव बहिष्कार के लिए प्रत्येक गांव के घर-घर जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे।
2010 में कटिंग होने के बावजूद आठ किलोमीटर लंबी छिनकाछीना-रौलमेल सड़क पर डामर नहीं हो सका है। कई बार मांग किए जाने के बावजूद विभाग डामर करने में हीलाहवाली कर रहा है। इन गांवों के लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी सड़क के डामरीकरण के बावजूद काम शुरू नहीं हो सका है। खराब सड़क से लोगों की आवाजाही न केवल मुश्किल हो रही है, बल्कि आवाजाही भी जोखिमभरी हो रही है। बैठक में पीतांबर गहतोड़ी, महेश चंद्र गहतोड़ी, सुंदर सिंह लड़वाल, भैरव दत्त, माधवानंद भट्ट, प्रमोद गहतोड़ी, भूपेंद्र लड़वाल, मथुरादत्त गहतोड़ी, भैरव दत्त, हरीश राम, धीरज सिंह, खीम राम, खिलाप सिंह, देव सिंह, दीपक सिंह, पंकज सिंह, आनंद बल्लभ, कमल सिंह, देव सिंह, शिवराज सिंह आदि मौजूद रहे। वहीं लोक निर्माण विभाग के लोहाघाट डिवीजन के अधिकारियों का कहना है कि सड़क डामर और सुधार के लिए 626.27 लाख रुपये का आगणन भेजा गया है। बजट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।