भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह के दीपक में गुलाल गिरने से भड़की आग सीएम डॉ. मोहन यादव ने घायलों का हालचाल जाना उज्जैन (मध्य प्रदेश)। सुप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर में 25 मार्च की सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। इस वारदात में पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए। आरती के दौरान गुलाल उड़ाने की वजह से आग भड़की। उस वक्त मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु थे। जो महाकाल के साथ होली मना रहे थे। घायल सेवक ने बताया कि आरती कर रहे पुजारी संजय पर पीछे से किसी ने गुलाल डाल दिया। गुलाल दीपक पर गिरा। जिससे आग भड़क गई। रंग-गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को बचाने के लिए वहां फ्लैक्स लगाए गए थे। इनमें भी आग फैल गई। अग्निशामकों की मदद से आग पर काबू पाया लेकिन तब तक गर्भगृह में आरती कर रहे 14 लोग झुलस गए। महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष गुरु के मुताबिक भस्म आरती के दौरान जब पूजन-आरती चल रही थी, तब आग भभक गई। हादसे के समय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पुत्र वैभव यादव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में थे। बाबा महाकाल की कृपा रही कि आग पर समय रहते काबू पा लिया गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान झुलसे 14 पुजारियों और सेवादारों में से नौ को इंदौर के अस्पताल में भर्ती किया गया है। इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार पुजारियों की हालत ठीक है। घायलों में पुजारी संजय, पुजारी प्रतिनिधि विकास के अलावा सत्य नारायण, रमेश, चिंतामण, शिवम, महेश, मनोज, आनंद, राजकुमार, अंश, सोनू, कमल जोशी और मंगल झुलसे।
सभी की हालत खतरे से बाहर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उज्जैन के जिला चिकित्सालय पहुंच घायल पुजारी और सेवकों से मुलाकात कर हालचाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उज्जैन के महाकाल मंदिर की घटना को दर्दनाक बताते हुए आग से घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।