चंपावत खड़ी बाजार में प्रकाश चंद्र पांडे के आवास पर बैठकी होली की देर रात तक जमी महफिल
देवभूमि टुडे
चंपावत। कलश संगीत कला समिति के तत्वावधान में 23 मार्च को चंपावत के खड़ी बाजार में प्रकाश चंद्र पांडे के आवास पर हुई बैठकी होली में होली गायन के रसिकों ने देर रात तक होली गीतों का रसास्वादन लिया। दिनेश बिष्ट ने राग काफी में -लाल भये नंद लाल- से होली गायन का श्रीगणेश किया।
पंडित उमापति जोशी ने सैयां गए , परदेश, गिरीश चंद्र पंत ने राग काफी में बिरज में होरी खेलें नंद लाल, शांति जोशी ने राग जंगला काफी में सारी हार गयो मोये रंग की गागर, आयुष भट्ट ने होरी कासे खेलूं, तुलसी दत्त जोशी ने पनिया भरन कैसे जाऊं, महेश चंद्र जोशी ने कैसे धरूँ जिया धीर, हिमेश कलखुड़िया ने राग सहाना में नाहक कान्हा मोहे आन जाए, संजय जोशी ने राग पहाड़ी में संग सखा हमजोली, मानस पंत ने काहे मग रोके मैं तो मार जात चली होली गीत पेश कर महफिल में रंग भर दिए। तबले पर संगत शांति जोशी, आयुष भट्ट, मानस पंत, दिनेश बिष्ट ने दी। होली की महफिल में पूर्व चेयरमैन विजय वर्मा, एनडी गड़कोटी, प्रेमबल्लभ भट्ट, महेश जोशी, आशुतोष भट्ट, सरोज पांडे, रेखा भट्ट, अंकित पांडे, अक्षिता पांडे आदि मौजूद थे।