घास काटने गई दादी के साथ गए थे दोनों बच्चे
अवैध खनन से नदी में कई जगह बने हैं गहरे गड्ढे वारदात के बाद लोगों ने नाराजगी भी जताई
विधायक बेहड़ 26 मार्च को करेंगे उपवास
देवभूमि टुडे
चंपावत/ऊधमसिंह नगर। चंपावत जिले के टनकपुर की शारदा नदी में 22 मार्च को डूबने से मां-बेटी की मौत हो गई थी। एक दिन बाद 23 मार्च को ऊधमसिंह नगर जिले में गौला नदी में डूबने दो भाई-बहनों ने दम तोड़ दिया। दोनों बच्चे नदी के किनारे घास काटने गई दादी के साथ गए थे। इसी बीच नहाते वक्त दोनों की डूबने से मौत हो गई। घंटों की मशक्कत के बाद गोताखोर दोनों बच्चों के शव निकाल सके। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। इस वाकये से परिवार में कोहराम मच गया।
जानकारी के मुताबिक 23 मार्च सुबह करीब दस बजे किच्छा के सिरोलीकलां निवासी फरमुदन पत्नी लतीफ अहमद अपने पोते मोहम्मद साद (8) पुत्र मो. हनीफ खटीमा निवासी और पोती अनम (8) पुत्री शहजाद निवासी सिरोलीकलां, धेवते अरमान और अयान के साथ घास काटने गौला नदी के किनारे गई थी। फरमुदन घास काटने लगी। इस बीच चारों बच्चे नदी में नहाने लगे। जिस जगह पर अनम और मोहम्मद साद नहा रहे थे उससे कुछ दूरी पर खनन के चलते करीब 12 फीट गहरा गड्डा था। गहराई का अंदाजा नहीं लगने पर अनम और साद डूबने लगे। नदी किनारे खड़े अरमान और अयान ने भागकर दादी को इसकी जानकारी दी। दादी के शोर मचाने पर कुछ देर बाद सिरोलीकलां के लोग वहां पहुंचे। घंटों की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने पहले अनम को बाहर निकाला और कुछ देर बाद मो. साद को निकाला। सूचना पर पुलिस मय फोर्स मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने घटनास्थल पर अवैध खनन को लेकर नाराजगी जताई। जिस जगह पर दोनों बच्चे गहरे पानी में डूबे, वहां पर बहते पानी की तेज धार से खनन किया गया था। घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर खनन करने वालों ने बालू के ऊंचे-ऊंचे ढेर लगा रखे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की अनदेखी से तेज धार से खनन किया जा रहा था। इस कारण पानी की तेज धार से वहां पर गहरे गड्ढे हो गए थे। इसके चलते दोनों बच्चों की जान गई। वाकये की जानकारी लगने पर किच्छा के विधायक तिलकराज बेहड़ भी अस्पताल पहुंचे। विधायक ने अवैध खनन का आरोप लगाते हुए पुलिस, जिला प्रशासन और खनन विभाग के खिलाफ कार्रवाई और बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर 26 मार्च को एसडीएम कार्यालय पर उपवास करने का ऐलान किया। विधायक का आरोप है कि प्रशासन अवैध खनन को वैध बताकर पट्टा जारी कर रहा है। दो बच्चों के गौला नदी में डूबने की खबर लगने पर नदी तट पर भीड़ लग गई। वहीं कुछ स्थानीय लोग भी बच्चों को खोजने के लिए नदी में कूद गए। इस बीच वहां पहुंचे सिपाही दीपक ने भी नदी में दोनों बच्चों की तलाश की। करीब ढाई घंटे के बाद पहले अनम और उसके कुछ देर बाद मो. साद को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों बच्चों ने दम तोड दिया।
घटनास्थल से महज एक किमी दूर पुलभट्टा से पुलिस करीब दो घंटे बाद पहुंची। लोगों का आरोप था कि पुलिस पहले तो मौके पर देरी से आई और फिर एंबुलेंस भी नहीं लाई। मृतक मो. साद खटीमा के इस्लामनगर में रहता था। परिजनों के अनुसार सिरौलीकलां निवासी लतीफ का पुत्र हनीफ राज मिस्त्री है। वह खटीमा में रहता है। 15 दिन पहले पूरा परिवार अपनी दादा-दादी के पास सिरौलीकला आ गया था। यहां मो. साद अपनी दादी के साथ नदी तट पर चला गया और हादसे का शिकार हो गया।