लोकतंत्र के पर्व का निकला मुहूर्त… उत्तराखंड में 19 अप्रैल को वोट

सात चरणों में होगा मतदान, वोटों की गिनती चार जून को

लोकसभा की 543 सीटों के लिए कुल 96.80 करोड़ मतदाता
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान लगातार दूसरी बार पहले चरण में होगा। 2019 की तरह ही इस बार भी पांच सीट वाले इस सूबे में प्रथम चरण में वोटिंग होगी। मतदान 19 अप्रैल को होगा। इसके अलावा चार (आंध्र प्रदेश, ओड़ीसा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश) राज्यों की विधानसभा के चुनाव और 26 सीट पर उप चुनाव भी होंगे। जबकि वोटों की गिनती सभी 543 लोकसभा सीट की एक साथ 4 जून को होगी। देश में कुल 96.80 करोड़ वोटर हैं। उत्तराखंड में नतीजों को जानने के लिए 45 दिनों का लंबा इंतजार करना होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 16 मार्च को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया। लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। वोटिंग का पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरा 26, तीसरा सात मई, चौथा 13 मई, पांचव 20 मई, छठां 25 मई और सातवां यानी आखिरी चरण पहली जून को होगा। मतगणना चार जून को होगी। चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) भी लागू हो गई है। चंपावत के डीएम नवनीत पांडे ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के अनुपालन के लिए 11 टीम बनाई गई हैं। चुनाव के ऐलान के साथ ही धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
उत्तराखंड में पिछले तीन लोकसभा चुनाव मेें मतदान तिथि:
2014 में सात मई को मतदान और 16 मई को गिनती यानी नौ दिन का इंतजार।
2019 में 11 अप्रैल को वोटिंग और 23 मई को गिनती यानी 42 दिनों का इंतजार।
2024 में 19 अप्रैल को वोटिंग और 4 जून को गिनती यानी 45 दिनों का इंतजार।

तल्लादेश में फ्लैग मार्च निकाल मतदान के लिए प्रेरित किया
देवभूमि टुडे
चंपावत/तल्लादेश। लोकसभा चुनाव को शांति और निष्पक्षता के साथ कराने के लिए पुलिस और अद्र्ध सुरक्षा बलों ने तल्लादेश के तामली क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। साथ ही लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया। बिन भय, बिना प्रलोभन के वोट करने की सीख देते हुए लोकतंत्र को मजबूत करने में सहभागी बनने की अपील की गई।

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