विकास दर 7.03 से बढ़कर 7.58 फीसदी हुई
प्रति व्यक्ति आय 2.30 लाख से बढ़कर 2.60 लाख रुपये सालाना हुई
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2023-24
देवभूमि टुडे
चंपावत/देहरादून। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था ने लंबी छलांग लगाई है। प्रदेश में विकास दर बढ़ी, गरीबी और बेरोजगारी घटी है। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के आकार से लेकर विकास दर तक सबमें वृद्धि दर्ज की गई है। 2022-23 में 7.03 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 7.58 प्रतिशत हो गई है।
प्रदेश सरकार द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 में अर्थव्यवस्था का आकार 303.78 हजार करोड़ थी, जो इस साल 2023-24 में 346.20 हजार करोड़ तक हो गया है। इसी तरह प्रति व्यक्ति आय 2.30 लाख से बढ़कर 2.60 लाख रुपये सालाना हो गई है। आमदनी बढऩे के साथ ही बहुआयामी गरीबी में भी गिरावट हुई है। 2015-16 में गरीबी दर 17.67 प्रतिशत थी, जो 2020-21 में घटकर महज 9.67 प्रतिशत रह गई है। बेरोजगारी में 2021-22 में 8.40 प्रतिशत थी, जो 2022-23 में कम होकर 4.90 प्रतिशत हो गई है।
सेकेंडरी सेक्टर (द्वितीयक क्षेत्र) में भी ग्रॉथ हुई है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में इसका योगदान 46.84 प्रतिशत रहा। इसके बाद दूसरे नंबर पर राज्य की अर्थव्यवस्था में 43.84 प्रतिशत का योगदान है। जबकि कृषि प्रधान देश के उत्तराखंड राज्य में कृषि क्षेत्र का योगदान महज 9.90 प्रतिशत रहा। वहीं उत्तराखंड में सवा लाख लखपति दीदी बनाने के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 68579 लखपति दीदी बनाई जा चुकी हैं।