नौकरी, पेंशन और मृतकाश्रितों को आर्थिक सहायता को लेकर 29 जनवरी से लोहाघाट में जारी धरना खत्म हुआ
एसडीएम रिंकू बिष्ट के धरना स्थल पर जाने के बाद खत्म हुआ आंदोलन
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। 29 जनवरी से आंदोलन कर रहा एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन का आंदोलन आठ फरवरी को खत्म हो गया। प्रशासन के आश्वासन पर एतबार करते हुए संगठन ने आंदोलन खत्म करने का एलान किया। तय हुआ कि 11 फरवरी को लोहाघाट दौरे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुरिल्लाओं के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता कराई जाएगी।
प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लों को नौकरी देने, सेवा की उम्र पार कर चुके गुरिल्लों को पेंशन और मृतक गुरिल्लों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर संगठन लोहाघाट में 29 जनवरी से धरने पर था। बृहस्पतिवार को लोहाघाट की एसडीएम रिंकू बिष्ट ने धरना स्थल पर जाकर आंदोलनकारियों से बात की और कहा कि डीएम नवनीत पांडे ने उनकी बातों को शासन तक पहुंचाया है। प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया कि गुरिल्ला संगठन के प्रतिनिधिमंडल की 11 फरवरी को मुख्यमंत्री से वार्ता करवाई जाएगी। इसके बाद आंदोलन खत्म कर दिया गया। इस दौरान भगवत पांडे, प्रकाश बिष्ट, ईश्वरी प्रसाद, प्रकाश सिंह, महेश पाठक, विमला पाटनी, हयात सिंह बोहरा, कुलदीप ओली, रमेश सिंह, योगेश ओली, देवी दत्त, विपिन चंद्र पांडे, भुवन चंद्र बिष्ट, पदमा देवी, ईश्वरी दत्त शर्मा आदि मौजूद थे। इससे पूर्व बृहस्पतिवार सुबह संगठन के पूर्व अध्यक्ष धीरज पुनेठा ने धरना दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शैलेंद्र राय ने उनकी मांगों से सहमति जताई।