पंचायतों में एक राज्य एक चुनाव का फॉर्मूला क्यों नहीं… प्रधानों ने उठाई आवाज

त्रिस्तरीय पंचायतों का दो साल बढ़ाएं कार्यकाल, कोरोना की वजह से काम प्रभावित होने की दलील भी दी
ग्राम प्रधान संगठन की लोहाघाट ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष भुवन भट्ट के नेतृत्व में दिया गया ज्ञापन
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। ग्राम प्रधान संगठन ने त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल दो साल बढ़ाने की मांग की है। इसे लेकर ग्राम प्रधान संगठन के लोहाघाट ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष भुवन भट्ट के नेतृत्व में प्रधानों ने एसडीएम रिंकू बिष्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
संगठन की दलील है कि मार्च 2020 से दो साल तक कोरोना के प्रकोप की वजह से पंचायतों का काम बुरी तरह प्रभावित रहा। पंचायत एक्ट के अनुरूप इस अवधि में पंचायतों की बैठक तक नहीं हो सकी। इससे न केवल लोकतंत्र की सबसे निचली धुरी को काम करने का मौका मिलेगा, बल्कि एक राज्य एक चुनाव के फॉर्मूले का भी क्रियांवयन हो सकेगा। उत्तराखंड में हरिद्वार को छोड़ शेष 12 जिलों की त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव एक साथ होते हैं। इन 12 जिलों में सितंबर-अक्तूबर 2019 को चुनाव हुए थे, जबकि हरिद्वार के चुनाव सितंबर 2022 को हुए थे। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान भुवन चौबे, शिवराज बोहरा, युगल किशोर, मदन कलौनी, चांद बोहरा, हुकम सिंह, पवन कुमार, गुमान सिंह, मोहन सिंह, किशोर रावत के अलावा जिला पंचायत सदस्य प्रीति पाठक शामिल थे।
वहीं ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष मनोज तड़ागी का कहना है कि प्रधानों की मांग को मानने से प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था में एकरूपता आएगी।

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