सहकारिता के उत्तराखंड के स्तंभ थे, आपातकाल में 14 माह जेल रहे
राज्य बनने के बाद चंपावत सीट से भाजपा के प्रत्याशी रहे
देवभूमि टूडे
चंपावत। भाजपा के दिग्गज नेता और सहकारिता के उत्तराखंड के स्तंभ हयात सिंह माहरा का निधन हो गया है। जनसंघ से शुरू हुए सियासी सफर के बीच उन्होंने आपात काल में 14 माह जेल काटी। पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक के दो बार अध्यक्ष रहे माहरा राज्य सहाकारिता परिषद के उपाध्यक्ष भी रहे और उत्तराखंड के पहले विधानसभा चुनाव में चंपावत सीट से भाजपा के प्रत्याशी भी रहे। उनके निधन से यहां राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक छा गया है। उनका अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को रामेश्वर घाट में किया गया। जहां उनके इकलौते बेटे और भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह माहरा ने चित्ता को मुखाग्रि दी। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें नम नेत्रों से श्रद्धांजलि दी।
73 वर्षीय माहरा को 13 दिसंबर को ब्रेन स्ट्रॉक पड़ा था। हल्द्वानी के निजी अस्पताल के बाद दो सप्ताह पूर्व उन्हें उनके पैतृक गांव बाराकोट ब्लॉक के इंद्रपुरी गांव स्थित आवास लाया गया था। जहां बृहस्पतिवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। निधन पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, पूर्व विधायक पूरन सिंह फत्र्याल, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, बाराकोट की ब्लॉक प्रमुख विनीता फत्र्याल, पूर्व प्रमुख बहादुर सिंह फत्र्याल, राजेंद्र सिंह मेहता, भाजपा जिला महामंत्री मुकेश कलखुडिय़ा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्याम नारायण पांडेय, हरीश पांडेय, त्रिलोक गिरि, पूर्व जिलाध्यक्ष एडवोकेट शंकर दत्त पांडेय, लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शोक जताया है।