लोहाघाट की सामाजिक कार्यकर्ता रीता गहतोड़ी की बीमार मां को एयर लिफ्ट कर ऋषिकेश भर्ती किया
चंपावत जिला अस्पताल में लीवर और किडनी रोग से ग्रस्त हैं हरिप्रिया गहतोड़ी
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले में डेढ़ माह से कम समय में एयर एंबुलेंस का तीसरी बार जिंदगी बचाने में उपयोग में आई है। लोहाघाट की गंभीर रूप से बीमार 75 साल की महिला को चंपावत जिला अस्पताल से ऋषिकेश AIIMS एयर लिफ्ट किया गया। बुजुर्ग महिला की सेहत फिलहाल स्थिर बनी हुई है।
लोहाघाट की तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्त रीता गहतोड़ी की मां हरिप्रिया गहतोड़ी पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थीं। उनका बीते एक माह से चंपावत जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था। हालात में सुधार नहीं होने के बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें एयर एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर करने का परामर्श दिया। प्रभारी मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. बैंकटेश द्विवेदी ने बताया कि हरिप्रिया गहतोड़ी को लीवर और किडनी से संबंधित दिक्कत हैं और तत्काल उच्च स्तर के इलाज की जरूरत थी। इस वजह से उन्हें 29 अक्टूबर को एयर एंबुलेंस किया गया। इससे पूर्व 13 सितंबर को आपदा में बुरी तरह जख्मी हुई लोहाघाट के फाफर गांव की गीता देवी और 10 अक्टूबर को सड़क दुर्घटना में चोटिल गिरीश चंद्र तिवारी को एयर एंबुलेंस किया गया था। इलाज के बाद दोनों की हालत में सुधार है।
ऐसे मिलती है एयर एंबुलेंस की सुविधा:
1.मरीज के गंभीर हालत के दृष्टिगत अस्पताल के डॉक्टर की अनुशंसा।
2.सीएमओ की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग से अनुरोध।
3.डीएम का अनुमोदन मिलने के बाद जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एयर एंबुलेंस के लिए देहरादून मांग करते हैं 4.एयर एंबुलेंस मरीज के लिए नि:शुल्क होती है। इसका खर्च राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन वहन करता है।