

लोहाघाट में भूख हड़ताल पर बैठा 74 वर्षीय पिता चेतराम
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट विकासखंड के गंगनौला गांव के 74 वर्षीय चेतराम ने बेटे को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग को लेकर लोहाघाट उप जिला अस्पताल में चिकित्साधीक्षक कार्यालय के सम्मुख भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वे बीते 3 दशकों में 115वीं बार भूख हड़ताल पर बैठ चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें हर बार आश्वासन देकर उठा दिया गया। चेतराम ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे अनशन से नहीं हटेंगे। भले ही उन्हें कोई आत्मघाती कदम क्यों ना उठाना पड़े। चेतराम के मुताबिक वे वर्ष 1993 में लोक निर्माण विभाग में राजमिस्त्री के पर पर कार्यरत थे। पीजी कॉलेज भवन निर्माण के दौरान छत से गिरने के कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए। विभाग ने उन्हें सरकारी नौकरी और मुआवजे का आश्वासन दिया था, लेकिन मिला कुछ खास नहीं। वे 2008 में उद्यान विभाग में श्रमिक के रूप में कार्यरत रहे। लेकिन 2010 में बीमारी के कारण बेटे हेम कुमार को 2011 में उद्यान विभाग में नौकरी दी गई। 2014 में प्रशिक्षण के नाम पर उसे हटा दिया गया। 2020 में उप जिला अस्पताल में हेम को मानदेय पर वार्ड ब्वाय की नौकरी मिली, लेकिन अप्रैल 2025 में उसे फिर से हटा दिया गया। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है।

