लोहाघाट के जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में 23 जुलाई से होगी तीन दिनी कार्यशाला
भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान पुणे के जरिए चलेगा आई-राइज कार्यक्रम
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। IISER (भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान) पुणे के जरिए आई-राइज कार्यक्रम के जरिए चंपावत जिले के 60 शिक्षकों को इनोवेशन स्टार बनाया जाएगा। इसके लिए लोहाघाट के जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में 23 जुलाई से तीन दिनी कार्यशाला होगी। कार्यशाला के समन्वयक डॉ. अरुण तलनियां और डॉ. कमल गहतोड़ी ने बताया कि माध्यमिक स्तर तक विज्ञान एवं गणित पढ़ाने वाले शिक्षकों की यह नवाचारी कार्यशाला एससीईआरटी उत्तराखंड की पहल पर इंस्पायरिंग इंडिया इन रिसर्च इनोवेशन एंड स्टेम एजुकेशन कार्यक्रम के तहत आयोजित की जा रही है।
आईसर पुणे द्वारा प्रशिक्षित जिले के चार इनोवेशन चैंपियन शिक्षक तथा डाइट के समन्वयक को भी कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला में विज्ञान एवं गणित को विभिन्न नवाचारों के माध्यम से कक्षाओं तक पहुंचाने के लिए रोचक एवं ज्ञानवद्र्धक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रशिक्षण से संबंधित प्रशिक्षण सामग्री आई-राइज पुणे की ओर से संस्थान को दी जाएगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट तथा डाइट के प्राचार्य एचआर कोहली ने नामित शिक्षकों को कार्यशाला के लिए कार्यमुक्त करने के सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं।
इंसानी शरीर के अंगों की कार्यप्रणाली से रूबरू कराया
चंपावत। चंपावत के राजकीय नर्सिंग कॉलेज में अनुभव आधारित बाल विज्ञान कार्यशाला के तहत छात्र-छात्राओं को मानव शरीर के अंगों की कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। HIMVATS (हिमालय वाटर सर्विस तथा विकास पर्यावरण संरक्षण समिति) की ओर से साइंस आउटरीच कार्यक्रम के तहत मानव शरीर संबंधी कार्यशाला में बीएससी नर्सिंग द्वितीय सेमेस्टर की छात्राओं ने मानव शरीर के आंतरिक अंगों का मॉडल बनाया। सभी समूहों की छात्राओं ने मानव शरीर के अंगों के काम करने के तरीकों को बताया। हिमवत्स से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र गहतोड़ी ने नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को कार्यशाला की उपयोगिता की जानकारी दी। कार्यशाला में नर्सिग कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या रूपाली वर्मा, ज्योति गोदियाल, हरीकांत शर्मा, पूर्णिमा कुंवर, अलका मेहरा, प्रकाश पुनेठा, पंकज बोहरा, सपना भंडारी आदि मौजूद थे।