
चंपावत में कई मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भवदीप रावते के मार्गदर्शन में हुई छापेमारी
टेवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत के मेडिकल स्टोरों से कफ सीरप के 5 नमूने लिए गए। इन नमूनों को जांच के लिए विश्लेषणशाला भेजा जा रहा है। ये कार्रवाई कुछ दिनों पूर्व राजस्थान और मध्य प्रदेश में सरकारी अस्पतालों से मिली खांसी की दवा (कफ सिरप) के सेवन से 11 से अधिक बच्चों की मौत की घटनाओं को देखते हुए ऐहतियातन की गई है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भवदीप रावते के मार्गदर्शन में औषधि नियंत्रण विभाग और विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने ‘सुरक्षित दवा, सुरक्षित जीवन’ अभियान के अंतर्गत आज 6 अक्टूबर को चंपावत के कई मेडिकल प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फर्म स्वामियों को औषधियों के उचित भंडारण, एक्सपायरी दवाओं को अलग रखने और उनके सही निस्तारण के संबंध में निर्देश दिए गए।
प्राधिकरण के सचिव भवदीप रावते ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ स्वीकार नहीं किया जाएगा। मेडिकल प्रतिष्ठानों को प्रतिबंधित औषधियों की बिक्री नहीं करने और डॉक्टर की सलाह के बगैर कफ सिरप का विक्रय नहीं करने की हिदायत दी गई। औषधि निरीक्षक हर्षिता ने मेडिकल स्टोर स्वामियों से कहा कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बगैर खांसी या जुकाम की कोई भी दवा नहीं दी जाए। साथ ही 2 वर्ष से कम के बच्चों को यह दवा बिल्कुल नहीं दी जानी है।





