313 ग्राम पंचायतों के प्रशासक बने 4 ADO पंचायत

चंपावत का जिम्मा शबनम कुरैशी, लोहाघाट जनार्दन ओली, पाटी प्रेम प्रकाश और बाराकोट का दायित्व भुवन चंद्र पांडेय को
27 नवंबर की शाम 5 बजे बाद से ग्राम प्रधानों की मोहर वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हुई
देवभूमि टुडे
चंपावत। हरिद्वार जिले को छोड़कर उत्तराखंड के शेष 12 जिलों की 7477 ग्राम पंचायतों के प्रधानों का कार्यकाल 27 नवंबर की शाम 5 बजे समाप्त हो गया। इसी के साथ उनकी मोहर जमा होने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। चंपावत जिले की 313 में से 312 ग्राम प्रधानों ने आज 27 नवंबर को शाम 5 बजे कार्यकाल पूरा किया। लोहाघाट विकासखंड की एक ग्राम पंचायत कलीगांव का गठन नहीं होने से पंचायत अस्तित्व में नहीं आई थी।
मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि शासनादेश के अनुरूप चंपावत जिले की सभी 313 ग्राम पंचायतों के प्रशासक का जिम्मा संबंधित विकासखंड के ADO पंचायत को दिया गया है। चंपावत विकासखंड की पंचायतों के प्रशासक का जिम्मा शबनम कुरैशी, लोहाघाट की ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी जनार्दन ओली, पाटी ब्लॉक के ग्राम पंचायतों के प्रशासक का दायित्व प्रेम प्रकाश और बाराकोट विकासखंड की ग्राम पंचायतों के प्रशासक की भूमिका एडीओ पंचायत भुवन चंद्र पांडेय संभालेंगे। मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि कार्यकाल पूरा होने के साथ ही 27 नवंबर की शाम 5 बजे बाद से ग्राम प्रधानों की मोहर वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब कोई भी भुगतान या वित्तीय कार्य ग्राम प्रधान के हस्ताक्षरों से नहीं होगा।

शासन का आदेश व चंपावत के मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह।
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