4 साइबर अभियुक्तों पर कार्रवाई…नोटिस तामील हुआ

झारखंड के जिला देवघर के हैं अभियुक्त
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत कोतवाली में दर्ज साइबर ठगी के एक मुकदमे में चंपावत पुलिस एवं साइबर टीम ने झारखंड के चार अभियुक्तों की पहचान कर नोटिस तामील कराया गया है। पुलिस जरूरी विधिक कार्रवाई कर रही है। पुलिस टीम ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद कर उक्त मुकदमे में आईटी एक्ट की धाराएं बढ़ाई गईं।
घटना का विवरण:
अक्टूबर 2024 में वादी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के रिटायर्ड इंस्पैक्टर धर्मानंद भट्ट निवासी चंपावत के सिप्टी गांव ने तहरीर दी। जिसमें कहा गया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को एक निजी मोबाइल कंपनी का कर्मी बताते हुए सिम अपडेट के बहाने बैंक संबंधी जानकारी ले ली। इसके बाद वादी के बैंक खाते से 97600 रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की। इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना के दौरान वादी ने बताया कि 97600 रुपये के अलावा उनके दूसरे बैंक खाते से भी 2.05 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस टीम ने साइबर एवं सर्विलांस टीम की सहायता से संदिग्ध बैंक खाता धारकों व मोबाइल नंबरों का गहन विश्लेषण किया। विवेचक ने साक्ष्य संकलन कर संदिग्ध अपराधियों का पता लगाया गया। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने झारखंड के जिला देवघर में दबिश दी।
पुलिस टीम ने थाना बुढैई, जिला देवघर (झारखंड) क्षेत्र से 3 अभियुक्तों और 1 अभियुक्त के परिजनों को बीएनएस के तहत नोटिस तामील कराया।
अभियुक्त राजीव उर्फ रंजीत पुजार पुत्र भूटको पुजारा, उम्र 23 वर्ष, निवासी ग्राम हरिया, थाना बुढ़ैई, जिला देवघर (झारखंड) के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया गया।
पुलिस की निरंतर कार्रवाई से भयभीत होकर अभियुक्तों ने वादी धर्मानंद भट्ट के खाते में पूर्व में ही 97600 रुपये की ठगी की गई राशि को वापस किया जा चुका है।
अभियुक्तगणों का विवरण:
1.राजीव उर्फ रंजीत पुजार पुत्र भूटको पुजहर, उम्र 23 वर्ष, निवासी ग्राम हरिया, थाना बुढै़ई, जिला देवघर (झारखंड)।
2.कलीम शेख पुत्र सलीम शेख, उम्र 26 वर्ष, निवासी ग्राम कल्हजोई, थाना बुढैई, जिला देवघर (झारखंड)।
3.सोहराब शेख पुत्र असलम शेख, उम्र 23 वर्ष, निवासी ग्राम आस्था, थाना बुढैई, जिला देवघर (झारखंड)।
4.सलामुद्दीन शेख पुत्र आजाद शेख, निवासी ग्राम आस्था, थाना बुढैई, जिला देवघर (झारखंड)।
पुलिस टीम का विवरण:
साइबर सैल प्रभारी मनीष खत्री, विवेचक उपनिरीक्षक ललित पांडेय, कांस्टेबल संजय कुमार, गिरीश भट्ट व महिला कांस्टेबल ममता अधिकारी।
सर्विलांस सैल:
साइबर अपराधों से बचने हेतु अपने ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित रखे, अनजान लिंक और ईमेल क्लिक ना करें, अपनी पर्सनल जानकारी को साझा ना करें।

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