
बाराकोट के झिरकुनी गांव में उल्टी-दस्त, हालत में सुधार
स्वास्थ्य विभाग ने गांव के तीन पेयजल स्रोतों से लिए सैंपल
देवभूमि टुडे
चंपावत/बाराकोट/लोहाघाट। बाराकोट विकासखंड के झिरकुनी ग्राम पंचायत में अचानक हुए उल्टी-दस्त से 28 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। 8 लोगों का इलाज उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट लाया गया। जबकि शेष का इलाज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर किया। सीएमओ डॉ. देवेश चौहान के मुताबिक सभी बीमार लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उल्टी-दस्त के कारणों की जांच की जा रही है। गांव के तीन जल स्रोतों के सैंपल लिए गए हैं।
14 अक्टूबर की रात से ग्रामीणों में अचानक उल्टी-दस्त होने की शिकायत शुरू हो गई थी। सुबह बीमारी का प्रकोप ज्यादा फैलने पर इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। जिसके बाद 8 लोगों को एबुंलेंस से उप जिला अस्पताल लोहाघाट लाया गया। वहीं सीएमओ डॉ. देवेश चौहान के निर्देश पर बाराकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मंजीत सिंह के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम गांव भेजी गई। लोहाघाट अस्पताल के एमएस डॉ. विराज राठी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती जगदीश जोशी, सुरेश जोशी, माधवी देवी, कपिल जोशी, भागा देवी, सपना और सोनू का इलाज चल रहा है। सभी की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। देर शाम तक घर भेजने की तैयारी की जा रही है।
झिरकुनी के ग्राम प्रधान नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि मंगलवार की रात में ही अचानक लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। लोगों ने इसे सामान्य घटना माना, लेकिन सुबह पूरे गांव में उल्टी-दस्त की बीमारी फैलने पर घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। जिसके बाद आठ लोगों को लोहाघाट अस्पताल लाया गया। ग्राम प्रधान के मुताबिक लोगों ने अपने-अपने घरों में खाना खाया था, लेकिन खाना खाने के बाद गांव के अधिकांश लोगों में अचानक उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। गांव में मरीजों का इलाज डॉ. मंजीत सिंह, डॉ. ज्योति बोहरा, सीएचओ भावना बिष्ट, फार्मासिस्ट शेखर सिंह ने किया।



