लधिया नदी से रात के वक्त खनन निकासी करते दबोचे गए दो ट्रक
35 हजार-35 हजार रुपये का जुर्माना लगा
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राजमार्ग पर टनकपुर से महज 36 और चंपावत से 39 किलोमीटर दूर है चल्थी गांव। इस चल्थी क्षेत्र में पुलिस की चौकी भी है। लेकिन यही चल्थी क्षेत्र इस वक्त अवैध खनन का ठिकाना बना हुआ है। पुलिस की नाक के नीचे रात के वक्त अवैध खनन बेधड़क हो रहा है। अलबत्ता 26 नवंबर को खान विभाग ने रात के अंधेरे में लधिया नदी से खनन सामग्री चोरी करते दो ट्रकों को दबोचा है। एक ट्रक चालक को तो पकड़ लिया गया, लेकिन रात के अंधेरे में मौका देख एक ट्रक का ड्राइवर भाग गया।
चंपावत के प्रभारी खान अधिकारी डॉ. हरीश बिष्ट के नेतृत्व में 26 नवंबर की रात चल्थी में औचक छापामारी की गई, तो दो ट्रक RBM (River Bed Material) संग दबोचे गए। चल्थी की लधिया नदी से गैर कानूनी रूप से जेसीबी का प्रयोग करते हुए खनन किया जा रहा था। एक ट्रक में 14 टन, तो दूसरे में 15 टन खनन सामग्री थी। डॉ. बिष्ट ने बताया कि अवैध खनन में दोनों ट्रकों स्वामियों पर 35 हजार-35 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बताया गया कि अवैध खनन के लिए रात के वक्त इस क्षेत्र में वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी।
ये हैं खनन के नियम:
1.रात के वक्त खनन पूरी तरह वर्जित है। सिर्फ सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही खनन किया जा सकता है।
2.नदी से खनन पूरी तरह से अवैध है।
3.खनन के लिए जेसीबी या किसी भी मशीन का उपयोग पूरी तरह से वर्जित है।
4.खनन करने पर रॉयल्टी चुकाना अनिर्वाय है।
5.निर्धारित क्षमता से अधिक खनन सामग्री नहीं ले जाई जा सकती है।
शारदा नदी से नहीं खुली निकासी, सिर्फ 2 जगह से हो रहा खनन
चंपावत। बरसात बीते 2 माह हो चुके हैंं, लेकिन अभी चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर की शारदा नदी से खनन निकासी शुरू नहीं हो सकी है। वहीं इस वक्त जिले में सिर्फ दो स्थानों पर ही खनन निकासी हो रही है। चल्थी-नौलापानी के अलावा चूका क्षेत्र में खनन के पट्टे दिए गए हैं। एक पट्टा कुमाऊं मंडल विकास निगम और दूसरा वन विकास निगम को दिया गया है।