‘पवित्र माता’ शारदा की 172वीं जयंती…आत्ममंथन से निकलेगी मन की शांति की राह

मायावती आश्रम में मनी आध्यात्मिक मनीषी स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी मां शारदा की जयंती
‘प्रबुद्ध भारत’ के संपादक स्वामी दिव्य कृपानंद महाराज ने शारदा मां के जीवन की समग्र जानकारी दी
प्रबोधन के बाद हुए भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। स्वामी विवेकानंद के आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी मां शारदा की जन्मतिथि लोहाघाट के नजदीक प्रसिद्ध अद्वैत आश्रम मायावती में उल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर ‘प्रबुद्ध भारत’ पत्रिका के संपादक स्वामी दिव्य कृपानंद महाराज ने शारदा मां के जीवन की समग्र जानकारी दी। शारदा मां सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक मनीषी स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी थीं। श्री मां के नाम से परिचित शारदा मां और रामकृष्ण परमहंस का विवाह संबंध अलौकिक था। रामकृष्ण परमहंस हमेशा शारदा देवी को मां के रूप में देखते थे। ‘पवित्र माता’ के नाम से प्रसिद्ध श्री शारदा का जन्म 22 दिसंबर 1853 को पश्चिम बंगाल के कामारपुकुर से सटे जयरामबती गांव में रामचंद्र मुखोपाध्याय और श्यामा सुंदरी देवी के घर हुआ था। स्वामी दिव्य कृपानंद महाराज ने बताया कि शारदा मां कहा करती थी कि यदि आप मन की शांति को चाहते हैं, तो दूसरों के दोष न देखें, बल्कि खुद के दोष देखें। शारदा देवी ने रामकृष्ण मिशन के प्रमुख सलाहकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने महिलाओं के लिए शिक्षा की वकालत की। स्वामी दिव्य कृपानंद महाराज ने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के 1893 में हुए धर्म संसद में भाग लेने के अपने इरादे के बारे में राय जानने के लिए उन्हें पत्र लिखा था। उनका आशीर्वाद लेने के बाद ही उन्होंने अमेरिका जाने का फ़ैसला किया था।
प्रबोधन के बाद आश्रम में हुए भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में आश्रम के प्रबंधक स्वामी सुहृदयानंद जी, स्वामी ध्यानसठानंद जी महाराज, चंपावत के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन पंत, ITBP के कमांडेंट धरमपाल सिंह रावत, कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी भगवत प्रसाद पांडेय, पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता अमरनाथ वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गणेश दत्त पांडेय, धरम सिंह अधिकारी, खिलानंद जुकरिया, शशांक पांडेय, कमल राय, प्रकाश उपाध्याय, लक्ष्मण सिंह मेहता, बची सिंह जीना, मनीष ज़ुकरिया, सतीश खर्कवाल, सतीश पांडेय, बृजेश मेहरा, कुलदीप देव, विनोद बगौली, शेखर पुनेठा, सुमित पुनेठा, संदीप बगौली, कमल सिंह, लीला पांडेय, प्रमिला जोशी समेत प्राथमिक विद्यालय फोर्ती के बच्चे एवं स्थानीय लोग मौजूद थे।

मां शारदा।
error: Content is protected !!