सीमांत चमोली में विकास की महायोजनाएं… सीएम ने 400 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नंदा-गौरा महोत्सव में शिरकत की
रोड शो के अलावा महिलाओं को सम्मानित भी किया
देवभूमि टुडे
चंपावत/देहरादून/गौचर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमांत जिले चमोली के लिए 400 करोड़ रुपये से अधिक की 604 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 97 करोड़ रुपये की 260 योजनाओं का लोकार्पण और 303 करोड़ की 344 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। बृहस्पतिवार को गौचर में हुए नंदा-गौरा महोत्सव में उन्होंने कहा कि मां नंदा चमोली जिले के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड में अधिष्ठात्री देवी के रूप में पूजा जाता है। मां नंदा को हम ध्यांण मानते हैं और एक विवाहित बेटी के रूप में मां नंदा की कैलाश विदाई के लिए हर साल सिद्वपीठ कुरूड़ से लोकजात यात्रा और 12 वर्षों में राजजात यात्रा आयोजित की जाती है। जबकि गौरा देवी पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनियाभर में मशहूर चिपको आंदोलन की अगुवा रही हैं। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को पारित कर जनता से किया वादा पूरा किया है। यूसीसी किसी जाति, धर्म-समुदाय के लिए न होकर पूरे राज्यवासियों के हित में है। कैबिनेट मंत्री और चमेाली जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का काम किया जा रहा है। अस्पतालों में रिक्त चिकित्सकों के पदों को भरने का काम धामी सरकारी में संभव हुआ है। गढ़वाल के सांसद और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के विकास के लिए सरकार की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं और उनको राज्य सरकार बखूबी आगे बढ़ाने का काम कर रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और वॉकल फॉर लोकल के मंत्र को धरातल पर उतारने का काम मातृशक्ति कर रही है। मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर मातृशक्ति को भी सम्मानित किया। सीएम ने पहाड़ की पारंपरिक वस्तुओं को बढ़ावा देने के उदेश्य से रांछ पर कालीन बुनाई, पहाड़ की पारंपरिक चक्की (जांदरा) चलाया, पैडल चरखे पर ऊन कताई, रिंगाल की टोकरी बुनने और दुलज़्भ भोजपत्र पर कैलीग्राफी भी की और महिला समूहों के साथ विभिन्न क्रियाकलाप कर स्थानीय संस्कृति को जानने के साथ पुरानी यादों को साझा किया। मुख्यमंत्री ने गौचर हवाई पट्टी से मेला मैदान तक रोड शो में भी हिस्सा लिया। सीमांत के नागरिकों और स्थानीय स्कूल के छात्रों ने पारंपरिक परिधान और वाद्य यंत्रों के साथ पुष्प वर्षा कर सीएम का स्वागत किया। कलश यात्रा और विद्यालय के बच्चों ने नंदा देवी राजजात, छोलिया नृत्य, पांडव नृत्य, मंगलगान, लोकनृत्य की प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने उत्पादों की सराहना करते हुए यात्रा मार्ग पर भी आउटलेट खोलने एवं पारंपरिक तरीके से बन रहे कालीन, पंखी, दोखे, शौल, टोपी आदि के प्रचार करने के लिए प्रेरित किया। सीएम ने लेन्टाना घास से बनाई गई उपयोगी सामग्री की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी योजनाएं शुरू की है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजना के लाभार्थियों को चेक प्रदान किए। उल्लेखनीय कार्य कर रहे युवक मंगल दल बूरा, लुणतरा एवं वादुक को 75-75 हजार रुपये और महिला मंगल दल आला जोखना को 37,500 रुपये का चेक वितरण किया। साथ ही उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया। कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल और थराली के विधायक भोपाल राम टम्टा ने जिले के विकास कार्यों के लिए आभार जताया।

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