रीठा साहिब जोड़ मेला संपन्न…तीन दिनों में 60 हजार तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका

मेला निपटने के बाद लौट रहे तीर्थयात्री, कम हो रही है चहलपहल

देवभूमि टुडे

चंपावत। रीठा साहिब गुरुद्वारे में तीन दिनी सालाना जोड़
मेला संपन्न हो गया। गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ के महाभोग और अरदास के साथ 23 मई को मेले का औपचारिक समापन हुआ। तीन दिवसीय मेले में 60 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका। मेला संपन्न होने के बाद तीर्थयात्रियों की वापसी का सिलसिला तेज हो गया है।

रीठा साहिब के गुरुद्वारे में बृहस्पतिवार तक सबद-कीर्तन जारी रहा। सिख संगत को कार सेवा के प्रमुख बाबा बचन सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने सिख धर्म गुरुओं के त्याग, बलिदान, सेवा, सत्कार की खूबियों को स्मरण कराते हुए इनको विस्तार देने की अपील की। सरबत की भलाई के लिए अरदास हुई। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव जी ने अपनी आध्यात्मिक शक्ति के बल पर रीठे की कड़वाहट में मिठास भरकर समूचे समाज को मिलकर रहने की सीख दी। दूरदराज से आए बाबा अजीत पाल सिंह, बाबा सुरेंद्र सिंह, बाबा अजीत
पाल सिंह, गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह, बाबा जसविंदर सिंह, लक्खा सिंह, रेशम सिंह, रंजीत सिंह आदि संतों ने सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया। महाभोग का लंगर छकने के बाद यहां से तीर्थयात्रियों की रवानगी शुरू हुई। दूरदराज से आए लोगों ने कार सेवा कर व्यवस्थाओं में हाथ बंटाया। वहीं चिकित्सा पेशे से जुड़े कई सेवादारों ने चिकित्सा कैंप लगा लोगों का इलाज किया।

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