चंपावत तहसील परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर गरजी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं
मानदेय सहित कई मांगों को लेकर 19 फरवरी से बेमियादी हड़ताल पर हैं आंगनबाड़ी वर्कर्स
देवभूमि टुडे
चंपावत। आठ मार्च को महिला दिवस है लेकिन इस दिन भी महिला आंगनबाड़ी वर्कर्स का संघर्ष जारी रहा। पांच सूत्रीय मांग को लेकर चंपावत जिले की आंगनबाड़ी मिनी कार्यकर्ता, सहायिका संगठन के कर्मी 19वें दिन भी हड़ताल पर डटे रहे। साथ ही मांगों का समाधान नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी भी दी गई है। हड़ताल के चलते जिले के सभी केंद्रों में से ताले लटके हुए हैं।
18 हजार रुपये मासिक मानदेय, सेवानिवृत होने पर दो लाख रुपये देने, टेक होम राशन ढुलान को केंद्र तक पहुंचाने की राशि, मोबाइल फोन व रिचार्ज, विभागीय कार्योंं के लिए यात्रा भत्ता देने आदि मांगों को लेकर 19 फरवरी से आंदोलन कर रही हैं। शुक्रवार को आंगनबाड़ी संगठन की प्रदेश उपाध्यक्ष विमला पनेरू के नेतृत्व में तहसील परिसर में वर्कर्स ने सांकेतिक प्रदर्शन किया। कहा कि सीएम से मुलाकात के बाद भी उनकी मांगों को नहीं माना जा रहा है। जिस कारण गतिरोध नहीं टूट रहा है। संगठन ने अब जल्द मांग पूरी नही होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। चंपावत जिले में हड़ताल के चलते 681 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लटके हैं। इस कारण केंद्र के काम से लेकर अन्य विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में दीपा पांडे, तुलसी सेठी, हेमा जोशी, गीता देवी, शशिप्रभा पचौली, भुवनेश्वरी, प्रेमा, सरोज तड़ागी, सुनीता पांडे, माया सहित बड़ी संख्या में वर्कर्स शामिल थे।