दूध पीने के बाद सोया, फिर नहीं उठा नवजात…चंपावत के 22 दिन के शिशु ने अल्मोड़ा के शिशु सदन में दम तोड़ा

दुष्कर्म की शिकार नाबालिग ने 29 जनवरी को टनकपुर अस्पताल में दिया था शिशु को जन्म
चार दिन पूर्व भेजा गया था शिशु सदन
जेल में है दुष्कर्म आरोपी भाई
देवभूमि टुडे
चंपावत/अल्मोड़ा। चंपावत जिले के 22 दिन के एक नवजात की अल्मोड़ा के शिशु सदन में मौत हो गई। इस नवजात को सोमवार अपरान्ह दूध पिलाया गया। जिसके बाद वह सो गया लेकिन फिर उसने दम तोड़ दिया। नवजात को चार दिन पूर्व अल्मोड़ा के शिशु सदन में भेजा गया था। अल्मोड़ा के जिला कार्यक्रम अधिकारी पीतांबर प्रसाद का कहना है कि मासूम पूरी तरह स्वस्थ था। दूध पिलाने के बाद उसकी मौत कैसे हुई? इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही लग सकेगा।
चंपावत विकासखंड के एक दूरस्थ गांव की एक नाबालिग का उसका ही बड़ा भाई हवस का शिकार बनाता रहा। नाबालिग ने टनकपुर अस्पताल में 29 जनवरी को नवजात को जन्म दिया। परिजनों की तहरीर पर बहन से दुष्कर्म कर मां बनाने वाले आरोपी भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में पुलिस ने दुष्कर्म आरोपी भाई को हरियाणा से दबोच जेल भेजा। इस मामले में नवजात को चार दिन पहले अल्मोड़ा के शिशु सदन में भेजा गया था। जहां सोमवार को दूध पीने के बाद सोया मासूम फिर नहीं उठा सका। कोई हलचल न होता देख शिशु सदन के कर्मी अल्मोड़ा बेस अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया।

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