सीईओ और सीएमओ ने भी किया मौका मुआयना
रमक जीआईसी की कई छात्राओं ने पिछले सप्ताह की थी अजीबोगरीब हरकत
चंपावत। पाटी ब्लॉक के रमक जीआईसी में मनोचिकित्सक डॉ. रश्मि रावत ने छात्राओं की काउंसलिंग की। चेतन और अवचेतन मन में चल रहे तनाव से उपजने वाले हिस्टीरिया से निपटने के कारगर उपाय बताए। चंपावत के एकीकृत नर्सिंग कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रावत ने ऐसे मौके पर छात्राओं में होने वाले तनाव, गुस्सा, भावनात्मक अस्थिरता और आवेश से निपटने के तरीकों की जानकारी दी। अभिभावकों को भी ऐसे स्थिति से उबारने के लिए छात्राओं से सहयोग करने के साथ चिकित्सकीय इलाज करने की नसीहत दी गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल और मुख्य शिक्षाधिकारी जितेंद्र सक्सेना ने भी ग्रामीणों से संवाद किया।
नवंबर के अंतिम सप्ताह में रमक जीजीआईसी की कई छात्राओं के अजीबोगरीब (रोने, चिल्लााने, कक्षाओं से भागने की घटना) रवैये का मामला पहली दिसंबर को सामने आया था। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि इस दौरान हुई गतिविधियां छात्राओं को बाद में याद भी नहीं रहती हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल कदम उठाते हुए शनिवार शाम स्कूल पहुंच मनोचिकित्सक से छात्राओं और अभिभावकों की काउंसलिंग कराई। दोनों विभागों के अधिकारियों का कहना है कि रमक और ऐसे अन्य स्कूलों की छात्राओं की नियमित रूप से काउंसलिंग की जाएगी। वहीं बाल कल्याण समिति के सदस्य राजू गड़कोटी का कहना है कि समिति की टीम भी अगले सप्ताह रमक जीआईसी के हालात का जायजा लेगी।
ये उपाय हैं उपयोगी:
दौरा पडऩे पर हवादार जगह पर आराम कराएं। हाथ पांव पर मालिश करें।
चेहरे पर पानी से छींटे मारने से होश आने में मदद मिलती है।
बेहोशी आने पर हींग और प्याज काटकर सुंघाएं।
जामुन सहित अन्य फलों का नियमित रूप से उपयोग लाभकारी है।
मरीज को रोज सुबह-शाम एक-एक चम्मच शहद का सेवन करने से आराम मिलेगा।
प्राणायम के अलावा ताड़ासन, भुजंगासन और सिंहासन करें।