मुख्यमंत्री ने देहरादून से किया वर्चुअल शुभारंभ, थपलियाल दंपती की पहल को सराहा
कुत्ते के आहार में उपयोग में आने वाली छुरपी का मुख्य रूप से होगा उत्पादन
हिमालयन बास्केट को लीज पर दिया गया है निष्प्रयोज्य कोल्ड स्टोर
देवभूमि टुडे
चंपावत/देहरादून। चंपावत के हिमालयन बास्केट का 19 फरवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से शुभारंभ किया। चंपावत से पांच किलोमीटर दूर मुडिय़ानी में निष्प्रयोज्य कोल्ड स्टोर को हिमालयन बास्केट को लीज पर दिया गया था। अब इस भवन का उपयोग दूध से बनने वाली छुरपी और घी के लिए मुख्य रूप से किया जा रहा है। इससे 200 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष-परोक्ष रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध से बनने वाली छुरपी और घी की अधिक मांग है। इसके मद्देनजर हिमालयन बास्केट के प्रबंध निदेशक सुमित थपलियाल और उनकी पत्नी स्नेहा थपलियाल ने उत्तराखंड में इसके उत्पादन का बीड़ा उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की मदद से दोनों को कोल्ड स्टोर लीज पर मिला है। सीएम धामी ने कहा कि उद्यमिता के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को सरकार प्रोत्साहित कर रही है। इससे न केवल रोजगार के मौके बढ़ेंगे,बल्कि इससे आदर्श चंपावत बनाने के लक्ष्य में भी मदद मिलेगी।
हिमालयन बास्केट संस्था के प्रबंध निदेशक सुमित थपलियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से संवाद करते हुए आभार जताया। बताया कि शुरुआत चंपावत के खर्ककार्की में अस्थाई प्लांट से की और अब सोमवार को मुडिय़ानी में बड़ा प्लांट लग सका। डीएम नवनीत पांडे ने हिमालयन बास्केट संस्था के प्रबंध निदेशक सुमित थपलियाल और उनकी पत्नी स्नेहा थपलियाल के दूरदर्शी सोच और इस अभिनव पहल को अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बताया।
इस मौके पर दुग्ध संघ अध्यक्ष पार्वती जोशी, दुग्ध संघ प्रबंध समिति के नामित सदस्य कृष्णानंद जोशी, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा, महामंत्री मुकेश कलखुडिय़ा, पूर्व जिलाध्यक्ष हिमेश कलखुडिय़ा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, डेरी उद्यमी प्रदीप शर्मा आदि मौजूद थे।
छुरपी है कुत्ते की सेहत के लिए महत्वपूर्ण…
चंपावत। दूध से बनने वाली छुरपी मुख्य रूप से कुत्तों के भोजन के उपयोग में आती है। छुरपी कुत्तों की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। छुरपी की कीमत 750 रुपये किलोग्राम है। हिमालयन बास्केट छुरपी निर्माण के लिए दुग्ध संघ से हर रोज तीन हजार लीटर दूध लेता है।