गंधर्व गिरि जी महाराज की मोहक प्रस्तुतियों से हुई सुरों की अमृत वर्षा

कलश संगीत समिति की बैठकी होली: श्याम संग खेलें सब मिल होरी…
चंपावत में सर्द मौसम में गिरीश पंत के आवास में बिखरे होली के रंग
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत में कलश संगीत समिति की ओर से गिरीश पंत के श्रीराम कॉटेज भैरवां स्थित आवास पर बैठकी होली के रंग बिखरे। गंधर्व गिरि जी महाराज की मोहक शास्त्रीय प्रस्तुतियों ने माहौल में सुरों की अमृत वर्षा कर दी। महाराज ने डगर हमारी द्याड़ो कन्हाई… होली गीत प्रस्तुत की। श्रीगणेश महाराज जी ने इस होली गीत- लचक-लचक चलत मोहन आवे मनभावै सैंया.. और सजनवा तुम क्या जानो प्रीत… से किया।
दिनेश बिष्ट ने- मैं नंद गांव बरसाने गई थी…, हिमेश कलखुडिय़ा ने-सैंया हम ही संग ही खेलो होरी…, शांति जोशी ने-पिया ऐसी रंग दो मोरी चुनरिया…, मानस पंत ने-श्याम संग खेलें सब मिल होरी…, तुलसी दत्त जोशी ने-जाय कहो कोई सैंया से हमारे… होली गीत से माहौल को रंगीन बना दिया। तबले में संगत आशुतोष भट्ट, दिनेश बिष्ट, शांति जोशी और मानस पंत ने दी। होली गीतों का आनंद पूर्व चेयरमैन विजय वर्मा, डॉ. डीडी जोशी, प्रकाश पांडे, प्रेमबल्लभ भट्ट, उमापति जोशी, डॉ. रेनू पंत, आशुतोष भट्ट, आयुष भट्ट, वैदेही पंत आदि ने लिया।

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