लोहाघाट में देवदार की 50 बल्लियों संग चालक गिरफ्तार
लेकिन 27 जनवरी को देवदार के आठ पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने वाले असल गुनाहगारों तक नहीं पहुंच पा रही पुलिस
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट क्षेत्र में देवदार की अवैध रूप से ले जाई जा रही 50 बल्लियों संग एक पिकअप के चालक को पुलिस ने दबोचा है। पुलिस ने लकड़ी को वन विभाग को सुपुद्र्ध कर दिया है। थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया कि पुलिस और वन विभाग की शनिवार को हुई संयुक्त रूटीन चेकिंग में नाकोट के पास पिकअप जीप (यूके 08टीए 0014) में अवैध रूप से लाई जा रही देवदार की 50 बल्लियां बरामद की गई। चालक राजेंद्र सिंह इन बल्लियों के कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। बरामद बल्लियों और वाहन को वन विभाग को सुपुद्र्ध कर दिया गया है। टीम में दरोगा अरविंद कुमार, वन दरोगा भाष्कर नैनवाल आदि शामिल थे। वन क्षेत्राधिकारी दीप जोशी ने बताया कि बिना कागजातों के लकड़ी ढुलान करने वाले पिकअप जीप को लकड़ी सहित जब्त कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने 24 फरवरी को अवैध बल्लियों संग एक आरोपी को पकड़ा, लेकिन चार सप्ताह पुराने लकड़ी के ही एक बड़े मामले को सुलझाने में उसके पसीने छूट रहे हैं। यह मामला भी लोहाघाट थाना क्षेत्र का है। लोहाघाट के आदर्श कलोनी भेडख़ान मोहल्ले में हरे देवदार के आठ पेड़ों पर 27 जनवरी को कुल्हाड़ी चली। सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग ने मौके पर पहुंच देवदार के 12 गिल्टे और लकड़ी काटने वाली मशीन को कब्जे में लिया था। खूंटों में आग लगाकर सबूत मिटाने की भी कोशिश की गई थी। 28 जनवरी को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 और वन अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज हुआ था। पूछताछ के बाद पहली फरवरी को तरुण जोशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोपी एक अधिकारी का संविदा चालक था। लेकिन पेड़ काटने के अन्य आरोपी पुलिस के हत्थे चार हफ्ते बाद भी नहीं आ सके हैं। जांच अधिकारी एएसआई धर्मेंद्र प्रसाद का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आदर्शनगर क्षेत्र के लोगों से भी जांच में मदद लेने का प्रयास किया गया, लेकिन अभी तक मोहल्ले वाले खास सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज के जरिए भी मामले की तह तक जाने के प्रयास करने का पुलिस ने दावा किया है।