

चंपावत में हरिद्वार शांतिकुंज के तत्वावधान में निकाली गई कलश रथ यात्रा
नशा हटाओ-जीवन बचाओ के संयोजक सामश्रवा आर्य ने प्रचार पत्रों के जरिए नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया
देवभूमि टुडे
चंपावत। हरिद्वार शांतिकुंज के तत्वावधान में आयोजित ज्योति कलश रथयात्रा के जरिए धर्म, अध्यात्म के साथ ही नशा मुक्ति का भी संदेश दिया गया। प्रचार पत्रों के जरिए नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। रथयात्रा के संचालक दिनेश चंद्र मैखुरी और गंभीर चमोली ने बताया कि शराबी व्यक्ति को न तो अपराध करने में कोई झिझक होती है और नहीं नैतिक कार्यों में कोई दिलचस्पी। जिससे उनमें अव्यवस्था, अशांति और कलहपूर्ण हालात बने रहते हें, जिनसे पार पाना तकरीबन नामुमकिन होता है।
सामाजिक कार्यकर्ता भुवन चंद्र पांडेय और नशा हटाओ-जीवन बचाओ के संयोजक जीआईसी सिप्टी के प्रवक्ता सामश्रवा आर्य ने कहा कि रथयात्रा का उद्देश्य आत्मवत् सर्वभूतेषु एवं वसुधैव कुटुंबकम की उदार भावना और समाज को तरक्की की राह दिखाना है। साथ ही समाज में प्रचलित बुरे व्यसनों और कुप्रथाओं का अंत कर समाज को आध्यात्मिक और नैतिक विकास के लिए प्रेरित करना है। इसलिए लोगों को व्यसन रूपी अज्ञानता और अंधकार से दूर रहने के लिए गायत्री परिवार से जुडऩा चाहिए। क्योंकि गायत्री का अर्थ ही -हमें अंधकार रूपी संकटों से दूर कर हमारे प्राणों की रक्षा कर जीवन की सुरक्षा करना है। इस मौके पर दीपा पांडेय, कंचन पांडेय, अभिषेक पांडेय, अतुल पांडेय आदि ने भी अभियान को सफल बनाने में सहयोग दिया।


