एसएसबी प्रशिक्षत गुरिल्ला स्वयंसेवक फिर से आंदोलन की राह पर

लोहाघाट में बापू की प्रतिमा के सम्मुख शुरू किया बेमियादी धरना
नौकरी, पेंशन और मृतकाश्रितों को आर्थिक सहायता की मांग को लेकर कर रहे हैं आंदोलन
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्लाओं के संगठन ने लंबे अंतराल बाद एक बार फिर 29 जनवरी से आंदोलन शुरू कर दिया है। जिलाध्यक्ष ललित बगौली ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्लों को नौकरी देने, सेवा की उम्र पार कर चुके गुरिल्लों को पेंशन और मृतक गुरिल्लों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की लंबे समय से मांग की अनदेखी के बाद संगठन फिर से आंदोलन को मजबूर हुआ है। गुरिल्ला संगठन के धीरज पुनेठा ने लोहाघाट में बापू की प्रतिमा के समक्ष धरना दे सोमवार से बेमियादी अनशन शुरू कर दिया।
संगठन का कहना है कि पिछले 17 सालों में तीन बार सत्यापन की कार्रवाई के बावजूद सरकार उनके साथ छलावा कर रही है। शासन और मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद भी कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। आरोप लगाया कि सरकार खुफिया पुलिस के जरिए सत्यापन के नाम पर फिर से मामले को लटका रही है। अब गुरिल्लों से आधार कार्ड और फोटो मांगी जा रही है। कई बार सत्यापन के बाद भी समाधान नहीं होने से हो रही परेशानी को देखते हुए संगठन फिर से आंदोलन को मजबूर हुआ है।
अनशन स्थल पर भगवत प्रसाद पांडेय, किशोर चंद्र, कुलदीप ओली, पदमा देवी, जानकी देवी, सरस्वती देवी, नवीन ओली, हरिराज सिंह, मुकेश कुमार, जगत सिंह, गोपाल सिंह, जीवन चंद्र जोशी, भूपाल सिंह, ललित मोहन सिंह, बलवंत सिंह, जोगा सिंह, पुष्कर सिंह, चंद्रशेखर जोशी, बसंत सिंह, धरी राम आदि मौजूद थे।
बाक्स
45 दिन का प्रशिक्षण ले चुके हैं प्रदेश के 19 हजार गुरिल्ले
चंपावत। एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयंसेवकों की संख्या 19 हजार से अधिक हैं। इनमें चंपावत जिले में ही 950 से अधिक गुरिल्ला है। गुरिल्ला संगठन का कहना है कि एसएसबी की ओर से हर गुरिल्लों को 45 दिन का शस्त्र संचालन का प्रशिक्षण दिया गया था। साथ ही प्रशिक्षण की सफलता के बाद कसम परेड भी कराई गई।

error: Content is protected !!