ठुलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क के किनारे रानीहाट के पास दो दशक पूर्व एक श्रद्धालु ने लगाई थी मूर्ति
देवभूमि टुडे
चंपावत/ मां पूर्णागिरि धाम। मां पूर्णागिरि धाम क्षेत्र में सड़क किनारे लगाई गई एक मूर्ति की बेकद्री से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है। क्षेत्रीय लोगों ने मूर्ति को विधि विधान से विसर्जित करने की मांग की है।
पूर्णागिरि धाम में ठुलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क के किनारे रानीहाट के पास दो दशक पूर्व एक श्रद्धालु ने देवी की मूर्ति लगाई थी। सड़क में मरम्मत कार्य के दौरान यह मूर्ति हटाई गई। लेकिन मूर्ति को विसर्जित करने के बजाय बेकद्री से फेंकने का क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया है। पंडित जगदीश तिवारी सहित कई लोगों ने मूर्ति का पूरे विधान से विसर्जन करने या उसे दूसरी जगह स्थापित करने का आग्रह किया है। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत का कहना है कि सड़क के किनारे रास्ते में लगी मूर्ति को विभाग ने हटाया था। ऊर्जा निगम के कुछ स्थानीय कर्मियों ने मूर्ति को विसर्जित कराने की बात कहीं थी। इसे लेकर तीन मार्च को मंदिर समिति के अध्यक्ष से वार्ता हो चुकी है। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी का कहना है कि मूर्ति को पूरी श्रद्धा के साथ विसर्जित कराने के लिए कहा गया है। एक दिन के भीतर मूर्ति विसर्जित करा ली जाएगी। पंडित तिवारी ने कहा कि आस्था के मामलों में पूरी तरह एहतियात बरता जाना चाहिए।