हुनरमंद बनीं 31 महिलाएं… पशुधन विकास का प्रशिक्षण लिया

आरसेटी मेेंं बायफ संस्था के प्रोजेक्ट के सहयोग से हुआ प्रशिक्षण
निदेशक प्रांशु मैठाणी और मास्टर ट्रेनर जनार्दन चिलकोटी ने दी उपयोगी जानकारी
देवभूमि टुडे
चंपावत। ग्राम स्तरीय समिति एकीकृत पशुधन विकास कार्यक्रम के तहत हासिल प्रशिक्षण का लाभ अपने-अपने गांवों में देगी। एसबीआई आरसेटी (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) चंपावत में बायफ संस्था के प्रोजेक्ट एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से बायफ सदस्यों के लिए हुए इस प्रशिक्षण का 20 फरवरी को समापन हुआ। समापन आरसेटी के निदेशक प्रांशु मैठाणी और मास्टर ट्रेनर जनार्दन चिलकोटी ने किया। मैठाणी ने प्रशिक्षण से स्वरोजगार के जरिए आर्थिक रूप से मजबूती के लिए काम करने की नसीहत दी। समापन मौके पर प्रशिक्षणार्थियों का अंतिम मूल्यांकन किया गया।
मास्टर ट्रेनर और एसबीआई के सेवानिवृत्त अधिकारी जनार्दन चिलकोटी ने ग्राम स्तरीय समिति के कार्य, पशुधन विकास कार्यक्रम की बारीकियां, उद्यमिता के गुणों, वित्त संबंधी योजनाओं की जानकारी के अलावा वित्तीय जागरूकता के टिप्स दिए। आरसेटी फैकल्टी प्रकाश चंद और विजय लडवाल ने उद्यमिता पर मार्गदर्शन के अलावा कई खेलों एवं वीडियो क्लीपिंग के जरिए उद्यमिता के विविध पहलू से वाकिफ कराया। दो दिनी प्रशिक्षण में एकीकृत पशुधन विकास कार्यक्रम के तहत पल्सों, नघान, कांडा, सिमल्टा, फुंगर, मुडिय़ानी आदि ग्राम स्तरीय समितियों के 31 महिलाओं ने हिस्सा लिया। बायफ के परियोजना निदेशक डॉ. दिनेश रतूड़ी और जिला समन्वयक हयात सिंह रावत ने बायफ की परियोजनाओं के अलावा उद्यमिता विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। आयोजन में आरसेटी के राजेश पंत और छविदत्त पांडे ने सहयोग किया।

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