चंपावत में बैठकी होली गायन
देवभूमि टुडे
चंपावत। यहां बैठकी होली की धूम मची है। कलश संगीत कला समिति की ओर से 19 मार्च को छतार में शिक्षक नवीन पंत के आवास पर हुई बैठकी होली ने समा बांध दिया। होल्यार हेम पांडे ने राग श्याम कल्याण में-बहुत दिनन के रूठे श्याम को होली में मना लाऊंगी- से बैठकी होली का आगाज किया।
गिरीश चंद्र पंत ने राग काफी में -ये कैसी नादानी बलम मोरी अखियां पिरानी-, शांति जोशी ने राग जंगला काफी में -जोबना पे आई बहार-, विशाल पचौली ने राग विहाग में -देखन दे महबूब नजर भर-, आयुष भट्ट ने राग जंगला काफी में -बंशी न बजाओ बिहारी लाल-, संजय जोशी ने राग सहाना में -नवल जोवन मेरो बीतो ही जात हैं-, दिनेश बिष्ट ने राग देश में -कैसर रंग में अंगिया भिगोई- और हिमेश कलखुडिय़ा ने राग जैजैवंती में -गोरी के नैनन में श्याम बसत है- होली गीत से माहौल को रंगीन बना दिया। तबले पर संगत विशाल पचौली, आशुतोष भट्ट, मानस पंत और शांति जोशी ने दी। जबकि मानस पंत ने बांसुरी का वादन किया। होली की इस महफिल में हेम पांडे, लोमणि पंत, उमापति जोशी, कमला पंत, तुलसी दत्त जोशी, प्रेम बल्लभ भट्ट, महेश जोशी, आयुष भट्ट, राशी पंत, खुशी पंत आदि मौजूद थे।