भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष पाठक की एनएचपीसी के जीएम और सीआईएसएफ के एसी से वार्ता के बाद शांत हुआ विवाद
एनएचपीसी ने टनकपुर बैराज को खतरे का अंदेशा जताया, पूर्णागिरि मेले बाद भी लगी रहती हैं दुकानें
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। एनएचपीसी के टनकपुर बैराज के नजदीक लगी दुकानों को हटाए जाने की कवायद से बैराज क्षेत्र के दुकानदार भड़क गए। विरोध जताते हुए दुकानदारों ने प्रदर्शन किया। विरोध में कुछ देर दुकानें भी बंद रखी गई। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित कई प्रतिनिधियों ने एनएचपीसी और सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के अधिकारियों से वार्ता की। जिसके बाद मामला फिलहाल शांत हो गया और पूर्णागिरि मेला संपन्न होने तक दुकानों को लगाने की इजाजत दे दी गई। इसमें शर्त यह रहेगी कि ये दुकानें सड़क पर अतिक्रमण नहीं करेंगी।
टनकपुर बैराज के पास लंबे समय से स्थाई रूप से दो दर्जन से अधिक दुकानें लगी हैं। वहीं होली बाद शुरू होने वाले पूर्णागिरि मेले के दौरान यहां बैराज मार्ग में दुकानों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो जाती है। आरोप है कि बैराज में कई दुकानें स्थाई रूप से लग गई है। 18 मार्च को एनएचपीसी टनकपुर परियोजना के महाप्रबंध राजिल व्यास और सीआईएसएफ के सहायक कमांडेंट अविनाश कुमार दलबल संग बैराज पहुंचे। जहां उन्होंने दुकानों को हटाने के लिए कार्रवाई की। इसके लिए सीआईएसएफ के जवान भी एक्शन में आ गए।
एकाएक हुई इस कार्रवाई से यहां के दुकानदार भड़क उठे और उन्होंने इसका विरोध किया। इसकी भनक लगने पर टनकपुर से भी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाठक सहित कई प्रतिनिधि बैराज पहुंच गए। बैराज के नियंत्रण कक्ष में जीएम और सीआईएसएफ अधिकारियों से वार्ता हुई। एनएचपीसी का कहना था कि दुकान बनाते समय दुकानदार सड़क के किनारे गड्ढे करते हैं। इससे बैराज को भी खतरा होता है। टनकपुर बैराज की हिफाजत के लिए इन दुकानों को हटाया जाना जरूरी है। इसे लेकर कई बार जिला प्रशासन को पत्र भी भेजा जा चुका है। वार्ता के बाद तय हुआ कि मेले के दौरान यहां लगी दुकान पूर्व की भांति लगे लेकिन वह सड़क पर अतिक्रमण नहीं करेंगी। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाठक के नेतृत्व में हुई वार्ता में पूर्व सभासद कपिल उप्रेती, हंसा जोशी, तुलसी कुंवर, हीरा जोशी, हरीश मटियानी आदि शामिल थे।