वनाग्रि सुरक्षा सप्ताह के तहत धौन में छात्रों, अभिभावकों और ग्रामीणों को वन विभाग ने किया जागरूक
भिंगराड़ा क्षेत्र में निबंध प्रतियोगिता के जरिए स्कूली बच्चों को किया जागरूक
देवभूमि टुडे
चंपावत। 15 फरवरी से शुरू होने वाले फायर सीजन में जंगल को सुरक्षित रखने के लिए चंपावत क्षेत्र में तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। वनाग्रि सुरक्षा सप्ताह में डीएफओ आरसी कांडपाल के निर्देशन में चंपावत वन क्षेत्र के अंतर्गत एक दर्जन से अधिक संवेदनशील गांवों में लोगों को जागरूक किया गया। वन क्षेत्राधिकारी बीएम टम्टा ने धौन जीआईसी में प्रधानाचार्य महीप नारायण तिवारी की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में आग लगने के कारण और बचाव के तरीके बताए। कहा कि विभागीय प्रयासों के साथ ही जन सहभागिता जरूरी है।
रेंजर टम्टा ने वनाग्रि से बचाव में सहयोग करने के साथ आग लगने की जानकारी तुरंत वन विभाग और प्रशासन को देने की छात्रों, अभिभावकों के अलावा महिला मंगल दल, युवक मंगल से अपील की। कहा कि जंगल को आग से बचाने में मदद करने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इंसान और वन्य जीव के संघर्ष बढऩे की बड़ी वजह जंगल के क्षेत्र में आ रही कमी है। सात फरवरी तक चलने वाले वनाग्रि सुरक्षा सप्ताह के तहत धौन, बगेड़ी, फुंगर आदि क्षेत्रों में ग्रामीणों को जागरूक किया गया। विभाग आग से बचाव के क्रम में फायर कंट्रोल बर्निंग भी कर रहा है। कार्यक्रम में वन बीट अधिकारी हरीश जोशी, दिनेश चंद्र, बलदेव के अलावा ग्रामीण और छात्र-छात्राएं थें।
इसके अलावा भिंगराड़ा क्षेत्र में कई जगह भिंगराड़ा के रेंजर हिमालय सिंह टोलिया के नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम हुए। पचनई में ग्राम प्रधान प्रताप सिंह की अध्यक्षता और वन बीट अधिकारी भूपाल सिंह रावत के संचालन में दावाग्रि से जंगल को बचाने में आम लोगों से सहयोग की अपील की। स्कूली बच्चों को प्रेरित करने के लिए वनाग्रि पर निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।