दादा पंडित आनदेव ने कहा-छोटे गांव की पल्लवी की बड़ी कामयाबी से मिलेगी हर बेटी को ताकत
पहली बार गांव पहुंचने पर दादा-दादी और बड़े बुजुर्गों ने दिया पल्लवी को आशीष
देवभूमि टुडे
चंपावत/पंचेश्वर। नेपाल सीमा से लगे पिछड़े पंचेश्वर गांव की पल्लवी पंत की बड़ी कामयाबी सुविधा और संसाधनहीन गांव के लिए प्रेरणा बनेगी। ऐसा गांव के लोगों का कहना है। भारतीय रिजर्व बैंक में अफसर बनी पल्लवी सफलता के बाद पहली बार माता-पिता के साथ पंचेश्वर पहुंचीं। केंद्रीय लोक सेवा आयोग की 2023 में हुई परीक्षा में पल्लवी उत्तराखंड से आरबीआई की ग्रेड बी परीक्षा में सफल रही एकमात्र अभ्यर्थी थीं।
गांव पहुंचने पर लोगों ने ढोल नगाड़ों से पल्लवी को हाथोंहाथ लिया। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और काशी हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर करने के बाद पल्लवी पंत लगातार दो बार यूपीएससी की परीक्षा में इंटरव्यू राउंड तक पहुंची। और इस बार चयनित 34 अधिकारियों में सबसे कम उम्र की अफसर बन इतिहास रचा। ये अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक की आर्थिक नीति और अनुसंधान विभाग भारत के बैंकों की नीतियों के निर्धारण का बेहद महत्वपूर्ण काम करते हैं। पल्लवी के पिता परम पंत पिथौरागढ़ में आपात सेवा 108 की एंबुलेंस के पिथौरागढ़ के जिला प्रभारी रह चुके हैं और अब वे देहरादून में प्राइवेट संस्था में सेवा दे रहे हैं। जबकि मां एक छोटी सी चूड़ी की दुकान चलाती है। पल्लवी का छोटा भाई बीटेक कर रहा है। खायकोट के ग्राम प्रधान गणेश सिंह, होशियार सिंह, खेमानंद, जगदीश ओझा, हरीश पंत, प्रेम पंत, दिनेश पंत सहित तमाम ग्रामीणों ने अपनी बेटी पल्लवी का फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया। वहीं पल्लवी के दादा ठांठा के पूर्व प्रधान पंडित आनदेव पंत का 10 फरवरी को ठांठा के दौरे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अभिनंदन कर चुके हैं। बुजुर्ग आनदेव पंत करा कहना है कि नातनी पल्लवी की कामयाबी उनकी निजी सफलता नहीं है, बल्कि इसका संदेश बहुत व्यापक है। दूरदराज के सुविधाहीन क्षेत्र की हर बेटी को इस कामयाबी से आगे बढऩे की ताकत मिलेगी।